सत्र से चार दिन गायब रहे मुख्यमंत्री, अब तीन बैठकें बढ़ाने की हो रही है बात विपक्ष इसके पक्ष में नहीं – जयराम
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र जारी है। सत्र के 11 वें दिन मुख्यमंत्री ने सदन के भीतर प्रदेश में आई आपदा पर अपना वक्तव्य रखा। सदन में मुख्यमंत्री के जवाब पर सदन के बाहर नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री और सरकार को निशाने पर लिया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा के दौर में हिमाचल प्रदेश सरकार पूरी तरह से फेल नजर आ रही है। प्रदेश में विधानसभा का सत्र चल रहा था और चंबा में भारी आपदा आई। मगर मुख्यमंत्री बिहार में राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे। उन्होंने कहा कि सदन के भीतर उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के आंकड़ों में भी अंतर है। उन्होंने कहा कि चंबा में आपदा ने सिस्टम की पोल खोल दी। बड़ी तादात में लोग अभी भी फंसे हुए हैं। अब तीन दिन सत्र बढ़ाने की बात की जा रही है विपक्ष इसका विरोध है। प्रदेश की पहली प्राथमिकता आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने की होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री चार से पांच दिन बाद विधानसभा पहुंचे और अपना वक्तव्य रखने की जल्दी थी। विधानसभा के भीतर मुख्यमंत्री ने आपदा पर जानकारी दी लेकिन उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के आंकड़ों में बड़ा अंतर दिखा। जयराम ठाकुर ने कहा कि चंबा में भारी नुकसान हुआ, डिस्टर्ब कर देने वाले विजुअल्स सामने आए. इन्होंने सरकार के सिस्टम की पोल खोल दी। लेकिन, मुख्यमंत्री अपने मंत्री की पीठ थपथपाते रहे. ऐसा बताने का प्रयास हुआ कि पहली बार किसी मंत्री ने ऐसा काम किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आपदा के समय में मुख्यमंत्री बिहार में राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल हुए। 10 हजार लोगों के फंसे होने की बात कहने पर विपक्ष पर तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया गया, जबकि मुख्यमंत्री ने खुद 15 हजार श्रद्धालुओं के फंसे होने की बात स्वीकार की। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को आपदा के समय में झूठ नहीं बोलना चाहिए। बहुत सारे श्रद्धालु चंबा से भरमौर तक पैदल आए। जिस मंत्री की खूब पीठ थपथपाई गई, लोगों ने उनके सामने सरकार की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि सिर्फ 4 हेलीकॉप्टर चंबा में थे जो किराए पर श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए हर वर्ष लगाए जाते हैं। लेकिन अभी तक आर्मी के हेलीकॉप्टर का रिक्यूजेशन नहीं किया गया था। सरकार ने अब 16 लोगों की मौत की बात भी स्वीकार की है।जयराम ठाकुर ने कहा कि मणिमहेश यात्रा हमेशा से जोखिम भरी यात्रा रही है, लेकिन सरकार की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई। चंबा में हालात बेहद खराब हैं। भाजपा विधायक अपने आपदा प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचे और स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री को मंडी के भीतर भारी नुकसान हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री को मंडी का जिक्र करने में तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश न करें, मुख्यमंत्री राहत कार्यों में ज्यादा से ज्यादा ध्यान दें। विधानसभा का सत्र चल रहा है और मुख्यमंत्री विधानसभा के सत्र में नहीं हैं, जबकि प्रदेश में आपदा का दौर है और मुख्यमंत्री बिहार जाकर राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष मॉनसून सत्र को 3 दिन के लिए बढ़ाने के पक्ष में नहीं है और विपक्ष के विधायकों की प्राथमिकता आपदा प्रभावित इलाकों की है। जिंदगी को बचाना प्राथमिकता होनी चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ। विपक्ष ने सदन के भीतर राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के संकल्प का समर्थन किया।