हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से भयंकर तबाही हुई है। प्रदेश के कई जिलों में लोग आपदा से प्रभावित हुए हैं। जिला कुल्लू, चंबा, मंडी और लाहौल स्पीति में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिमाचल विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हुआ राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प केंद्र को भेजा गया है। साथ ही ज़रूरत पड़ी तो सरकार भाजपा नेताओं के साथ केंद्रीय गृह मंत्री के पास सर्वदलीय डेपुटेशन लेकर भी जाएगी. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आपदा की स्थिति में प्रदेश को जल्द से जल्द केंद्र से आर्थिक पैकेज की आवश्यकता है।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिमाचल विधानसभा में राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प केंद्र को भेजने का प्रस्ताव विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हुआ। उन्होंने भाजपा के विधायकों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ी तो सरकार भाजपा नेताओं के साथ सर्वदलीय डिपोटेशन के रूप में गृह मंत्री के पास जाने को भी तैयार हैं। हर्षवर्धन चौहान ने कहा मुख्यमंत्री भी इस विषय पर विपक्ष से बात करेंगे और प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है, इसलिए जल्द से जल्द केंद्र से मदद और आर्थिक पैकेज की जरूरत है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि बीते दिनों में चंबा और कुल्लू में आपदा से भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री आज चंबा में आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। इसके अलावा बीते कल भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक की। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पहले ही चंबा के दौरे पर हैं। राजस्व मंत्री प्रभावित क्षेत्र में सड़क मार्ग खुलवाने में जुटे हुए हैं। डिजास्टर एक्ट लागू करने के लिए उपयुक्तों को निर्देश दिए गए हैं, लेकिन प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को निकालने की है। प्रदेश के कई इलाकों में अभी टेम्पररी रास्ते खोलने की जरूरत है। चंबा में कई सड़कें पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं और नुकसान की भरपाई आसान नहीं है। प्रदेश की अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है, इसलिए केंद्र से मदद की जरूरत है। 2023 में प्रदेश को 10,000 करोड़ का नुकसान हुआ और केंद्र से प्रदेश को केवल 2000 करोड़ की सहायता मिली। प्रदेश सरकार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।