अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नालागढ़ इकाई द्वारा स्त्री शक्ति दिवस में रानी लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का उद्देश्य भारत के इतिहास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद करना और उनकी वीरता एवं संघर्षों को नई पीढ़ी तक पहुँचाना था।

संगोष्ठी की शुरुआत में, मुख्य अतिथि आशिमा जैन ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन और उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “रानी लक्ष्मीबाई न केवल एक वीर योद्धा थीं, बल्कि उन्होंने अपनी मातृभूमि के प्रति अपनी निष्ठा और साहस से हर भारतीय को प्रेरित किया। उनका संघर्ष और बलिदान हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगा।”
जिसमें इतिहासकार, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजन और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे। सभी ने रानी लक्ष्मीबाई की वीरता, उनका नेतृत्व, और उनकी अपूर्व साहसिकता की सराहना की।
इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं को खेल , शिक्षा व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित भी किया गया
जिसमें विद्यार्थी परिषद ने रानी लक्ष्मीबाई की जयंती के ऐतिहासिक अवसर को स्त्री शक्ति दिवस के रूप में मनाने के महत्व पर जोर दिया।
इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने रानी लक्ष्मीबाई के अद्वितीय योगदान को सलाम किया।
इस सम्मेलन के माध्यम से विद्यार्थी परिषद ने यह संदेश दिया कि हमें रानी लक्ष्मीबाई के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने देश और समाज की सेवा में अपना योगदान देना चाहिए।