खलीनी फ्लाईओवर का काम ही शुरू नहीं, लक्कड़ बाजार लिफ्ट का काम बंद, 20 से 22 बड़े प्रोजेक्ट अधूरे
शिमला
राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 750 करोड़ रुपये के स्मार्ट सिटी मिशन को पूरा नहीं कर पाया प्रशासन . मिशन अब समाप्त हो चुका है और दो बार के एक्सटेंशन के बावजूद शहर को पूरी तरह स्मार्ट नहीं बनाया जा सका. मिशन के तहत शहर में कई नए काम हुए, लेकिन 22 प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं जो अभी तक अधूरे हैं। दो बार एक्सटेंशन मिलने के बावजूद सरकारी महकमे इन कामों को धरातल पर नहीं उतार पाए।
शहर का खलीनी फ्लाईओवर स्मार्ट सिटी मिशन का ऐसा प्रोजेक्ट रहा जो अभी तक बनना भी शुरू नहीं हुआ। लक्कड़ बाजार से रिज तक लिफ्ट बनाने का प्रोजेक्ट भी बंद पड़ा है। विधानसभा फ्लाईओवर का काम चंद दिन पहले शुरू हुआ है। इसे पूरा होने में कई महीने लगेंगे। शिमला शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद साल 2017 में शुरू हुई थी। हालांकि ज्यादातर काम साल 2019 के बाद धरातल पर दिखने लगे। मार्च 2023 तक यह मिशन पूरा होना था, लेकिन कोरोना के चलते बंद रहे काम को देखते हुए केंद्र ने दो बार इसे एक्सटेंशन दी। बावजूद इसके शिमला में करोड़ों रुपये के 22 काम पूरे नहीं हो पाए।
शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान का कहना है कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में अनेकों काम किए गए हैं लेकिन पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां निर्माण कार्यों में देरी और अधिक खर्च होता है इसलिए मिशन के तहत निर्धारित गाइडलाइंस में कई कार्य पूरे नही हो पाए हैं. उन्होंने बताया कि मिशन अब समाप्त हो चुका है और मिशन के तहत बाकी बचे पैसों से पेंडिंग कार्यों को पूरा किया जा रहा है इसके लिए विभिन्न विभागों द्वारा कोशिश से की जा रही है।