विधानसभा मॉनसून सत्र के अंतिम दिन भी प्रश्नकाल के दौरान सदन में खूब हंगामा देखने को मिला। हमीरपुर विधायक आशीष शर्मा के देहरा उप चुनाव के दौरान कांगड़ा बैंक से धनराशि जारी करने को लेकर सरकार से प्रश्न पूछा गया था लेकिन सरकार ने इसका जवाब नहीं दिया और कहा कि सूचना एकत्र की जा रही है जिस पर विधायक ने आरटीआई से प्राप्त जानकारी को सदन में रखा और सरकार पर जानबूझ कर जानकारी छुपाने के आरोप लगाए।इस पर सदन में खूब हंगामा हुआ और विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस देश में वोट चोर अभियान चला रही है लेकिन हिमाचल में देहरा उप चुनाव के दौरान कांग्रेस सरकार ने वोटों की चोरी की है जिसका प्रमाण सामने आ गया है। विधायक आशीष शर्मा ने आरटीआई से मिली सूचना को सदन में रखा है लेकिन सरकार कह रही है उनके पास सुचना नहीं है। यह लोकतांत्रिक परंपराओं और विधानसभा विधायी प्रक्रिया का उल्लंघन है। जब आरटीआई के माध्यम से सूचना पहले से उपलब्ध है, तो सदन में जवाब देने से क्यों रोका गया? यह सरकार का स्पष्ट प्रयास है कि असुविधाजनक प्रश्नों से बचा जाए।” विपक्ष ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर भ्रष्टाचार और आचार संहिता उल्लंघन के आरोप लगाए और कहा कि उपचुनाव के दौरान, जहां मुख्यमंत्री की पत्नी प्रत्याशी थीं, वहां 66 महिला मंडलों को आचार संहिता लागू रहने के बावजूद 50-50 हजार रुपये दिए गए। एक हजार महिलाओं के खातों में 4500 रुपये राशि एकमुश्त डालकर वोट खरीदने की कोशिश की गई। विपक्ष ने कहा कि यह न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है बल्कि सीधा-सीधा भ्रष्टाचार और मतदाता प्रलोभन का मामला है।