हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं की भूमि है और हिमाचल प्रदेश की संस्कृति में भी अनेकों विविधताएं हैं। प्रदेश के कोने-कोने में अलग-अलग रीति रिवाज हैं और इन्हीं रीति रिवाजों को और संस्कृति को बचाने के लिए बहुत से लोग कार्य भी कर रहे हैं। वही बात की जाए तो देवभूमि हिमाचल के ज़िला चंबा में शिवा की नगरी कहे जाने वाले भरमौर के सुरेंद्रजीत भरमौरी हिमाचल के मेलों में रबाना-खंजरी के साथ देवभूमि की पुरानी कला मुसादा संगीत को बजाते हैं। धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में कार्निवल फेस्टिवल लगा है जहां सुरेंद्रजीत भरमौरी भी अपनी कला दिखा रहे हैं। वही हिमाचल प्रदेश की चर्चित शख्सियत एडवोकेट विश्व चक्षु ने इनका हिमाचली टोपी पहना कर आदर-सत्कार किया। विश्व चक्षु की एक खासियत है कि वह अक्सर उन लोगों का मान-सम्मान करते हैं जो समाज में एक सकारात्मक संदेश दे रहे हैं। धर्मशाला की बात की जाए या हिमाचल प्रदेश के अन्य कोनों की चक्षु ऐसे कार्य बहुत बार कर चुके हैं, चक्षु यह भी कहते हैं यह छोटा सा प्रयास है।