हिमाचल प्रदेश 102 और 108 एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने आज अपनी मांगों को लेकर सीटू के बैनर तले नेशनल हेल्थ मिशन कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में एम्बुलेंस के पहिए थम सकते हैं।
सीटू के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि 108 व 102 एम्बुलेंस के कर्मचारी लंबे समय से कठिन परिस्थितियों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कोर्ट के आदेश के बावजूद इन्हें 18 हजार न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है। 12 से 13 हजार के वेतन में दिन-रात सेवाएं देने वाले एंबुलेंस कर्मियों को परिवार चलाना काफी मुश्किल होता है। अन्य कर्मचारियों की तरह छुट्टियां भी नहीं दी जाती है। प्रदेश में 12 सौ के करीब एम्बुलेंस कर्मचारी है। उन्होंने कहा कि एनएचएम एमडी को आज मांग पत्र सौंपा जाएगा ओर मांग की जाएगी कि कंपनी की लूट को खत्म किया जाए और उन्हें न्यूनतम। वेतन व अन्य सुविधाएं दी जाए। अगर ऐसा नहीं होता तो फिर आंदोलन किया जाएगा और प्रदेश में एम्बुलेंस के पहिए भी थम सकते हैं।