शिक्षा क्षेत्र व प्रदेश के वर्तमान परिदृश्य को लेकर किए प्रस्ताव पारित
प्रदेश के शैक्षणिक संस्थाओं को बनाया जा रहा राजनीति का अखाड़ा,आंदोलन की रुपरेखा तैयार कर केरेंगे प्रदेश भर में आंदोलन–जितेंद्र सिंह
धर्मशाला
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक 25 अगस्त को सम्पन्न हुई। विद्यार्थी परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक साल में 2 बार होती है बैठक में पूरे प्रदेश से कुल 102 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
विभाग सह संयोजक जितेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया इस बार यह बैठक संगठनात्मक जिला देहरा के अंतर्गत श्री ज्वाला जी में होनी तय हुई थी,जिसमें प्रदेश के कोने-कोने से 102 कार्यकर्ताओं नें भाग लिया इस बैठक में अगले 1 वर्ष की पूरी योजना बनाई गई और प्रदेश के अन्य मुद्दों पर बैठक में चर्चा हुई और विद्यार्थी संगठन होने के नाते शिक्षा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दे ध्यान में आए।
प्रदेश के अंदर प्रदेशविश्वविद्यालय में अभी तक स्थाई कुलपति की नियुक्ति प्रदेश सरकार नहीं करवा पा रही है, परीक्षा परिणाम में अनेकों अनियमितताएं निरंतर सामने आ रही है ,प्रदेश के अंदर छात्र संघ चुनाव काफी लंबे समय से बंद है इस ओर भी कोई ध्यान सरकार का नहीं है,प्रदेश के अंदर आज भी ऐसे शिक्षण संस्थान है जो आज भी मूल भूत सुविधाओं ओर अपने भवन निर्माण के लिए झुझ रहे है ,टूरिज्म विलेज के नाम पर वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा कृषि विश्वविद्यालय की 112 हेक्टेयर भूमि को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है जो बिलकुल भी विश्वविद्यालय के हित में नही है वर्तमान सरकार निरंतर छात्र विरोधी निर्णय लेने से बाज नहीं आ रही है, इन सभी मुद्दों को लेकर विद्यार्थी परिषद ने आंदोलन की पूरी रूप रेखा तैयार की है जिसमें पहले प्रधानाचार्य के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा और उसके बाद इकाईओ में धरना प्रदर्शन व हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और उसके उपरांत सांकेतिक भूख हड़ताल के माध्यम से सोई हुई सरकार को जगाने का प्रयास करेगी और ज़िला स्तर पर विशाल आक्रोश प्रदर्शन किये जाएँगे।