आज INTACH के धर्मशाला चैप्टर द्वारा 5 नवम्बर से 8 नवम्बर तक कु. मनु धीमान की देखरेख में चल रहे CII-MCM Trust Skill Development Institute Khaniyara, Dharamshala में आयोजित की जाने वाली चार दिवसीय कौशल विकास कार्यशाला का शुभारम्भ डॉ. राजीव भारद्वाज माननीय लोकसभा सांसद द्वारा किया गया जिसमें 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के तीस प्रतिभागी प्रशिक्षण ले रहे हैं जो विरासत एवं पर्यटन गाइड के रूप में अपने कौशल को धार देंगे.
इंटेक की प्रदेश संयोजक मालविका पठानिया ने विशिष्ट अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज की. इंटेक के धर्मशाला चैप्टर के संयोजक डॉ.नरेन्द्र अवस्थी व अन्य सदस्यों ने दोनों अतिथियों को उनके आगमन पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया.
संयोजक डॉ.नरेन्द्र अवस्थी ने स्वागत भाषण से पूर्व मुख्यातिथि माननीय सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज और विशिष्ट अतिथि मालविका पठानिया को हिमाचली टोपी व शाल पहनाकर विधिवत सम्मान किया. संयोजक ने अपने स्वागत भाषणमें माननीय सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज के सांसद बनने से पहले एवं सांसद बनने के बाद की सभी उपलब्धियों का उल्लेख कर उनकी बढ रही लोकप्रियता का श्रेय उनकी कार्यप्रणाली व उनके लोगों और ज़मीन से जुड़े होने की उनकी संस्कारगत प्रवृति को दिया.
उन्होंने इन्टेक के धर्मशाला अध्याय द्वारा किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए वर्तमान कार्यशाला के उद्देश्यों व प्रतिभागियों को इससे होने वाले लाभ का भी ज़िक्र किया साथ ही एक धार्मिक परिक्रमा की योजना बना कर प्रशासन को सोंपने का अपना संकल्प भी दोहराया.इसके उपरान्त विशिष्ट अतिथि श्रीमती मालविका पठानिया ने इंटैक द्वारा हिमाचल प्रदेश में किये जा रहे विभिन्न कार्यों का ज़िक्र किया और इंटेक के धर्मशाला चैप्टर द्वारा किये जा रहे कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा माननीय सांसद से चैप्टर के लिए अपना यथासम्भव सहयोग करने का अनुरोध किया.
मुख्य अतिथि ने अपने अभिभाषण में धर्मशाला अध्याय व इंटैक की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें यहाँ आने से पहले यह मालूम नहीं था कि इंटैक विरासत के संरक्षण के साथ साथ जन जागृति का भी अति उत्कृष्ट कार्य कर रहा है. इन्टेक के धर्मशाला अध्याय के कार्यों को देखते हुए प्रोत्साहन स्वरून माननीय सांसद ने अपनी सांसद निधि से 2 लाख की अनुदान राशि स्वीकृत की. सहसंयोजक श्री संग्राम गुलेरिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया. तत्पश्चात मुख्य अतिथि ने कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन किया. पहले सत्र में डॉ. नरेन्द्र अवस्थी ने काँगड़ा में स्थित विभिन्न शिवस्थानों व शक्ति स्थानों के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी और उनसे इन स्थानों के धार्मिक महत्व को समझने और दूसरों, विशेष रूप से पर्यटकों को समझाने का अनुरोध किया.
प्रथम दिवस के दोपहरभोज के उपरान्त डॉ. विशाल नेहरिया व डॉ. अश्वनी कौल ने अपने अपने सत्रों में विरासत और पर्यटन से सम्बंधित कई तरह की जानकारियां प्रतिभागियों के साथ साझा की और उनके ज्ञानवर्धन किया.