शिमला,
हिमाचल प्रदेश सरकार ने बड़े प्रशासनिक फेरबदल करते हुए संजय गुप्ता को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया है। अभी तक वह हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष थे। सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक गुप्ता को इस नई जिम्मेदारी के साथ-साथ रोपवे एवं रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन-कम-प्रबंध निदेशक का कार्यभार भी संभालना जारी रहेगा। मुख्यमंत्री के प्रशासनिक नियंत्रण में रहते हुए गुप्ता का पद, दर्जा और अधिकार मुख्य सचिव के समान रहेंगे।
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के मंगलवार को सेवानिवृत्त होने के बाद यह बदलाव किया गया है। सक्सेना को सेवा विस्तार मिलने के बाद सरकार ने उन्हें विद्युत बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया था। सेवानिवृत्ति पर सचिवालय में आयोजित विदाई समारोह में सक्सेना ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सेवा करते हुए हमेशा उन्हें घर जैसा अपनापन मिला। उन्होंने प्रदेशवासियों की मेहनत और ईमानदारी को हिमाचल की सबसे बड़ी ताकत बताया।
इधर, नए मुख्य सचिव को लेकर मंथन भी तेज हो गया है। सूत्रों का कहना है कि 1993 बैच के आईएएस अधिकारी और वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर तैनात केके पंत को यह अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
पांच वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले
राज्य सरकार ने सोमवार को पांच अफसरों की तैनाती में भी बदलाव किए। इनमें आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारी शामिल हैं।
- 2017 बैच के आईएएस जफर इकबाल को केसीसी बैंक के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। वह फिलहाल नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त हैं।
- आईपीएस अधिकारी अभिषेक त्रिवेदी को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का सचिव बनाया गया है।
- 1994 बैच के आईएफएस अधिकारी सुशील कुमार सिंगला को पर्यावरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
- 2008 बैच की आईएएस अधिकारी राखिल काहलों को जल शक्ति विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है।
- आशीष सिंघमार को डिजिटल टेक्नोलॉजी एवं गवर्नेंस विभाग का सचिव बनाया गया है।
सेवानिवृत्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन इन आदेशों पर हस्ताक्षर किए।