लगातार बारिश और मलबे से अटका रेस्क्यू ऑपरेशन, प्रशासन और NDRF टीमों ने रातभर चलाया बचाव कार्य
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के बरठीं क्षेत्र में मंगलवार शाम हुआ भीषण सड़क हादसा पूरे प्रदेश को झकझोर गया। भल्लू पुल के पास हुए इस दर्दनाक हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। लापता बच्चे का शव बुधवार सुबह करीब 10 बजे बरामद किया गया। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।
रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, मौसम ने डाली मुश्किलें
घटना के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया, लेकिन लगातार बारिश और पहाड़ी से गिरते मलबे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को बीच-बीच में रोकना पड़ा। सुरक्षा कारणों से मंगलवार रात करीब 2:30 बजे ऑपरेशन अस्थायी रूप से बंद किया गया। बुधवार सुबह 6:40 बजे दोबारा खोज अभियान शुरू हुआ।
घटनास्थल पर दो NDRF टीमें, QRT और होम गार्ड के जवान पूरी रात डटे रहे। एडीसी बिलासपुर, एसपी और एसडीएम झंडूता मौके पर मौजूद रहे और हर गतिविधि की निगरानी करते रहे।
दो बच्चे बचे, इलाज के बाद छुट्टी दी गई
इस हादसे में सिर्फ दो बच्चे—एक लड़का और एक लड़की—जीवित बच पाए। उन्हें मामूली चोटें आई थीं। इलाज के बाद एम्स बिलासपुर से रात करीब 4:30 बजे छुट्टी दे दी गई।
पोस्टमार्टम और सरकारी सहायता
सभी मृतकों के शवों को सीएचसी बरठीं लाया गया, जहां सुबह 7 बजे पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई। सीएमओ बिलासपुर की देखरेख में अतिरिक्त चिकित्सक बुलाए गए ताकि प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके।
सभी शवों की पहचान के बाद उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को ₹25,000 की तत्काल राहत राशि प्रदान की है, जबकि आगे की आर्थिक सहायता एसडीआरएफ मानकों के अनुसार दी जाएगी।
मृतकों की सूची
इस हादसे में जान गंवाने वालों में शामिल हैं –
बख्शी राम (भल्लू), नरेंद्र (छत), कृष्णलाल (थापना नरली), रजनीश, चुन्नी (बरड़), सोनू (कच्युत), शरीफ खान (मलांगण), बिमला (देण), आरव, कमलेश, अंजना, नक्श (फगोग), प्रवीण (डोहग), कांता देवी (सियोथा), संजीव (मैड) और वह बच्चा जिसका शव बुधवार सुबह मिला।
शोक में डूबा क्षेत्र
भल्लू गांव और आस-पास के इलाकों में मातम छाया हुआ है। लोग पीड़ित परिवारों के घर पहुंचकर संवेदनाएं जता रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी लगातार राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।