अस्थाई शिक्षा भर्ती के खिलाफ धर्मशाला में गर्जी विद्यार्थी परिषद
हिमाचल प्रदेश की सरकार शिक्षा विरोधी – नैंसी अटल
दिहाड़ी पर शिक्षकों की भर्तियों के विरोध में अभाविप ने किया धर्मशाला में धरना प्रदर्शन
धर्मशाला
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश सरकार के शिक्षण संस्थानों में प्रति घंटा आधार पर अतिथि अध्यापकों की नियुक्ति के निर्णय के खिलाफ धर्मशाला में खोला मोर्चा।
विद्यार्थी परिषद का कहना है कि पहले भी अतिथि शिक्षकों के नाम पर भर्तियां करवाने के निर्णय को प्रदेश के युवाओं के विरोध के चलते सरकार को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा था। प्रदेश सरकार के अनुसार गेस्ट शिक्षक रखे जाएंगे। जिन्हें प्रति पीरियड 200 से 550 रुपये तक मानदेय मिलेगा।
विद्यार्थी परिषद का कहना है कि गैप अरेंजमेंट के नाम पर स्कूली स्तर से कॉलेज स्तर तक अब अतिथि शिक्षकों के भरोसे छात्रों को पढ़ाया जाएगा कहीं न कहीं इस कारण शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों व सालों की मेहनत के बाद नेट, सेट की परीक्षा को उत्तीर्ण कर अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के स्वप्न लिए युवाओं के साथ धोखा है, अतिथि शिक्षक के नाम पर प्रदेश के हजारों युवाओं को उनकी शिक्षा पूर्ण करने के बाद में स्थाई तौर से रोजगार ना दे पाना और चुनाव के पहले प्रदेश के लाखो युवाओं को रोजगार के सपने दिखाना कहीं न कहीं आज हिमाचल सरकार का असली चेहरा हिमाचलवासियों के सामने आ चुका है |
इस विरोध प्रदर्शन में विद्यार्थी परिषद की प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने कहा एक तरफ शिक्षण संस्थानों में प्रति घंटा आधार पर अतिथि अध्यापकों की नियुक्ति करने की बात की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ हिमाचल के अनेकों पुस्तकालयों के अंदर ऐसे हजारों छात्र जो सालों की मेहनत के बाद नौकरी पाने का एक मौका खोज रहे हैं निश्चित रूप से अतिथि शिक्षक भर्ती की खबर से ऐसे सभी युवाओं के अंदर की पीड़ा सरकार के खिलाफ सड़कों पर आने के लिए तैयार बैठी है |
नैंसी अटल ने कहा हिमाचल में जब से वर्तमान सरकार आई है उस समय से ही, चाहे वह व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर हो, चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रयोग करना हो इन सभी निर्णयों से यह साफ दिखता है कि प्रदेश की शिक्षा को किराए पर देने का प्रयास हो रहा है व बिना किसी लंबी सोच के प्रदेश सरकार अपना समय निकालने की मंशा से कार्य कर रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल सरकार को चेतावनी देते हुए यह कहना चाहती है कि इस प्रकार के छात्र व युवा विरोधी फैसलों को लेने से पहले प्रदेश के भविष्य के बारे में सोचा जाना चाहिए व इस प्रकार के किसी भी फैसले का विद्यार्थी परिषद कड़ा विरोध करती है |
नैंसी अटल ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने जल्द इस फैसले को वापस नहीं लिया तो विद्यार्थी परिषद आज जिला स्तरो पर यह धरना प्रदर्शन कर रही है और आने वाले समय में प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। नैंसी अटल ने कहा अगर यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो आने वाले समय में शीतकालीन सत्र जो धर्मशाला में होने वाला है उस विधानसभा का घेराव भी करना पड़े तो भी विद्यार्थी परिषद पीछे नहीं हटेगी और हर परिस्थिति में छात्रों के हित की लड़ाई लड़ेगी।