शिमला
केंद्र सरकार पिछले एक दशक से हिमाचल प्रदेश को दरकिनार करती आ रही है और केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है ये बात AICC प्रवक्ता व ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा की प्रदेश में आयी भयंकर आपदा के बाद भी केंद्र सरकार ने प्रदेश की आर्थिक सहायता नहीं की।
कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार से जो मदद मिलनी चाहिए थी जो नहीं मिली सौतेले व्यवहार के कारण आज हिमाचल प्रदेश कर्ज में डूब गया है। उन्होंने कहा कि आगामी बजट से उन्हे कोई ख़ास उम्मीद नहीं है।
प्रवक्ता व ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने पिछले चुनाव में सेब आयत शुल्क को 50 से 100 फीसदी बढ़ाने का वादा किया था लेकिन वादा पूरा करना तो दूर उन्होंने 50 फीसदी शुल्क को 30 फीसदी कर दिया जिससे बागवान काफी हताश हुए। विधायक ने कहा कि पर्यटन व्यवसाय के लिए भी केंद्र से जो मदद मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली।
राठौर ने कहा कि इस वक्त देश की बुनियादी समस्या पर कोई चर्चा नहीं की जा रही है डॉलर के मुकाबले हमारा रुपया दिन प्रतिदिन घटता जा रहा है जिस तरह से GST वसूला जा रहा है उससे हर वर्ग के लोग प्रताड़ित हो रहे है और केंद्र सरकार पूंजीपतियों की सहायता करने में जुटी है। उन्होंने कहा की बेरोजगारी दिन बी दिन बढ़ती जा रही है और सरकार सब कुछ निजीकरण करने में जुटी है। बुनियादी मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए साम्प्रदायिक धुर्वीकरण किया जा रहा है जो सरासर गलत है।
कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार न सिर्फ हिमाचल बल्कि जिन जिन राज्यों में गैर भाजपा सरकारे चल रही है उन सभी राज्यों की अनदेखी की जा रही है।