राहुल गांधी के “वोट चोर कुर्सी छोड़” अभियान की शुरुआत के मौके पर हिमाचल कांग्रेस कार्यालय शिमला में खूब हंगामा देखने मिला। अभियान की शुरुआत कांग्रेस मुख्यालय शिमला से हुई जिसमें खुलकर गुटबाजी देखने को मिली। सीएम सुक्खू और मंत्री विक्रमादित्य सिंह गुट के समर्थकों ने आमने सामने अपने अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी की। कांग्रेस सह प्रभारियों के बार बार रोकने के बावजूद भी समर्थक नारेबाजी करने से नहीं माने।
कांग्रेस हिमाचल प्रभारी रजनी पाटिल के सामने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह व विक्रमादित्य सिंह समर्थकों ने अपने अपने नेताओं के पक्ष में जमकर नारेबाजी की जिससे कुछ समय के लिए माहौल तनावपूर्ण बन गया। बंद कमरे में हुई इस राज्यस्तरीय रैली में अभियान से ज्यादा गुटबाजी हावी रही। प्रदेश में कांग्रेस का संगठन नौ महीने से भंग है ऐसे में कार्यकर्ताओं में रोष भी है जो शिमला में आयोजित वोट चोर कुर्सी छोड़ रैली में भी देखने को मिला।
वैसे हिमाचल कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। होली लॉज और सुखविंदर सिंह के बीच की खटास जगजाहिर है। लगता था कि ये मनभेद वीरभद्र सिंह के साथ ही खत्म हो गया है, लेकिन ताज़ा नारेबाजी को देखते हुए लग रहा है कि अंदरूनी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। अब लड़ाई कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर है, होली लॉज संगठन में अपना दबदबा चाह रहा है, तो सीएम सुक्खू अध्यक्ष बदलने के मूड में हैं। ऐसे में आने वाले समय में भी गुटबाजी देखने को मिल सकती है।