
हमीरपुर। कांग्रेस नेता डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमीरपुर वासियों की 20 सालों से लंबित पड़ी हुई आधुनिक बस अड्डा निर्माण की मांग को अमली जामा पहनाया और आधुनिक बस अड्डा निर्माण की नींव रखी जिसके लिए सभी तरह की कोडल फॉर्मेलिटी को पूरा करते हुए 55 करोड रुपए का ठेका सुंदर नगर की कंपनी को आवंटित हुआ। डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि 2001 में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने इस जगह को चिन्हित किया था उसके बाद प्रदेश में आज तक भाजपा की दो बार सरकार रही लेकिन हमीरपुर की जनता को हमेशा लॉलीपॉप ही दिया गया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह साबित कर दिया है कि वह कोई भी शिलान्यास करते हैं तो यह सुनिश्चित करते हैं कि वह काम आवंटित हो चुका हो और उसके लिए राशि पहले ही निर्माण विभाग को स्थानांतरित की जा चुकी हो ना कि जैसा कि पूर्व में जय राम की भाजपा सरकार ने किया था और ऐसे 200 से भी ज्यादा शिलान्यास कर दिए जिनके लिए कभी पैसा मंजूर ही नहीं करवाया गया और बड़ी-बड़ी पट्टीकाएं लगवा दी गई। वर्मा ने कहा कि अब भाजपा नेताओं के पास कहने के लिए कुछ भी नहीं बचा है क्योंकि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह ने अपनी पांचवी गारंटी जो की मातृशक्ति को ₹1500 हर महीने देने की थी उसको भी पूरा कर दिया है और यह योजना इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान के नाम तले प्रदेश में अगले वित्तीय वर्ष से शुरू होने जा रही है ।ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साबित कर दिया कि वह हमीरपुर वीर भूमि के ही नहीं बल्कि हिमाचल की देवभूमि के वीर योद्धा हैं।यही कारण रहा की उनके शिलान्यास कार्यक्रम में हजारों की भीड़ ने आकर मुख्यमंत्री पर अपना प्यार और आशीर्वाद बरसाया है। अब तो भाजपा को जवाब देना होगा लोकसभा चुनावो में कि कहां गई उनके प्रति वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने की गारंटी?कहां गया उनका ₹35 डीजल पेट्रोल? और कहां गया वह 15 15 लाख रुपया जो सबके बैंक खातों में आना था?विदेश से काला धन आना था लेकिन अब तो देश में ही इतना काला धन इकट्ठा हो गया है के भाजपा अब पैसे का प्रलोभन देकर विधायकों को खरीद कर हर प्रदेश में सरकारों को तोड़ने का कार्य कर रही है । यही कार्य हिमाचल प्रदेश में किया और दो हफ्ते से हिमाचल प्रदेश के नौ विधायकों को आज तक हिमाचल में वापस नहीं आने दिया । इससे स्पष्ट जाहिर हो रहा है के देश का लोकतंत्र खतरे में है और आज देश की जनता को इकट्ठा होकर 2024 के लोकसभा चुनाव में इस नौटंकी से मुक्ति पाने के लिए कांग्रेस के पक्ष में मतदान करना होगा।