शिमला
ऑनलाइन फ्रॉड यानी साइबर ठगी के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं . वर्ष 2025 में मात्र साढ़े तीन महीनो में अभी तक हिमाचल प्रदेश पुलिस के पास 5500 से अधिक ऐसे मामले दर्ज हो चुके हैं. प्रदेश पुलिस का साइबर सेल और साइबर कमांडो मुस्तादी से इन मामलों को सुलझा रहे हैं . डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला और उनकी साइबर कमांडो की टीम की मुस्तैदी से हाल ही में शिमला में ठगी के शिकार हुए एक व्यक्ति के 92 लाख शातिरो के खाते से जब्त करने में सफलता मिली है. यह राशि ऑनलाइन की गई 1500 से अधिक ट्रांजैक्शन के जरिए विभिन्न खातों में की गई थी. ऑनलाइन टास्क गेमिंग के जरिए शातिरो ने इस व्यक्ति को अपने जाल में फसाया और 92 लाख रुपए की ठगी करने में सफल हुए।
मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए साइबर क्राइम के डीएसपी विपिन कुमार ने बताया कि शिमला के इस व्यक्ति को ठगो ने ऑनलाइन टास्क गेमिंग के माध्यम से फसाया जिसमें व्यक्ति को बार-बार विभिन्न टास्क पूरे करने को दिए जाते थे . जिसमें उन्हें कुछ टॉपअप करना रहता था . उन्होंने बताया कि शुरू में उक्त व्यक्ति को गेम के माध्यम से कुछ पैसे वापस भी मिले लेकिन आखिर में उनके सारे पैसे ठग लिए गए . विपिन कुमार ने बताया कि आए दिन साइबर ठगो ने अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठगना शुरू किया है जिसमें ऑनलाइन गेमिंग ,ओटीपी, एटीएम फ्रॉड और साइबर अरेस्ट जैसे तरीके अपने जा रहे हैं . विपिन कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा लोगों को बार-बार सतर्क भी किया जा रहा है लेकिन बावजूद इसके लोग बहकावे में आ रहे हैं . इसलिए ऐसे मामले दिनों दिन बढ़ रहे हैं . उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति के साथ ऐसा कोई भी मामला सामने आता है तो बेझीजक साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर पुलिस को शिकायत करें।