शिमला
राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में चर्चित मस्जिद विवाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। संजौली में धारा 163 लागू होने के बावजूद हिंदू संगठनों से जुड़े लोग प्रदर्शन के लिए जुट गए। इससे यहां माहौल हल्का तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शनकारियों ने भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारे भी लगाए। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया है।

संजौली के आस-पास भी हिंदू समाज के लोग नारेबाजी कर अपना-अपना विरोध जता रहे हैं। तनाव की आशंका से कारोबारियों ने संजौली बाजार में दुकानें बंद कर दी हैं। संजौली के प्रवेशद्वारों से लोगों को दाखिल होने से रोका जा रहा है। उपनगर संजौली के मुख्य प्रवेश द्वारों को पैदल व वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।
ढली सब्जी मंडी के समीप भारी संख्या में प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे हैं। इन्हें संजौली मस्जिद की ओर बढ़ने से रोकने के लिए ढली टनल के दोनों छोरों पर आवाजाही बंद कर दी गई है। अपने समर्थकों संग संजौली पहुंचे हिंदू जागरण मंच के पूर्व महामंत्री कमल गौतम को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

कमल गौतम ने कहा कि हिंदू समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उनके समर्थन में संजौली पहुंचा हूं और हिंदूओं की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। सिविल सोसायटी के बैनर तले कुछ लोग संजौली पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। हालात काबू में रखने के लिए पुलिस के दंगा नियंत्रक वाहनों को भी संजौली में तैनात किया गया है। जिला पुलिस ने प्रदेश की सभी छह बटालियन को संजौली में तैनात किया है। मस्जिद स्थल को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
संजौली में पुलिस बल के साथ मौजूद शिमला के एसपी संजीव गांधी ने किसी तरह की तनावपूर्ण स्थिति से इंकार किया है। उनका कहना है कि हालात सामान्य हैं और रोजमर्रा के काम अन्य दिनों की तरह हो रहे हैं।
शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि संजौली क्षेत्र में धारा 163 लागू है और बगैर अनुमति धरना-प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।