
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिला के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में राजकीय महाविद्यालय इंदौरा के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्र में राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इंदौरा में उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय खोलने, मोकी (सुरडबां) में 33 केवी सब स्टेशन, राष्ट्रीय राजमार्ग डमटाल के पास पर्यटन होटल/यूनिटी मॉल खोलने, इंदौरा में ऑडिटोरियम/इंडोर स्टेडियम का निर्माण करने, 3 पुलों सहित मोहतली-इंदौरा सड़क की चौड़ाई एवं सुधारीकरण करने, डमटाल गौशाला में गौवर्धन इकाई स्थापित करने, कंदरोड़ी में कोल्ड स्टोर, एचआरटीसी वर्कशॉप/क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पठानकोट से ढांगू स्थानांतरित करने, इंदौरा में पशु पालन विभाग का उपमंडल कार्यालय खोलने, पठानकोट से चंढीगड़ वाया डमटाल, इंदौरा, रे, कटियाड़, तलवाड़ा, अम्ब व ऊना एचआरटीसी की नई बस सेवा आरम्भ करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हगवाल और कंगरेरी अधिसूचित करने, पशु औषधालय डुग्घ-बाकशियां तहसील इंदौरा को पशु चिकित्सालय में स्तरोन्नत करने, चक्कीखड्ड पर पुल का निर्माण (डमटाल से माजरा, महोतली खड्ड) और सुरादवान से मलकाना पुल के निर्माण की घोषणा की।लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 माह पूर्व जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो चर्चा शुरू हुई कि ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू कभी मंत्री नहीं रहे अब मुख्यमंत्री पद कैसे संभालेंगे। लेकिन मैंने आर्थिक चुनौतियों का सामना डटकर किया क्योंकि कर्ज के सहारे व्यवस्था नहीं चल सकती। आज प्रत्येक हिमाचली पर एक लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सत्ता में रहते हुए उन्होंने लूट के रास्ते को बंद किया और सरकार के ईमानदार प्रयासों से 2200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है। इस राजस्व से महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह देने की घोषण की गई है। बजट में भी आम लोगों के लिए अनेक योजनाओं को प्रावधान किया गया है,
। पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग में पेपर बिका करते थे, जिसे देखते हुए वर्तमान राज्य सरकार ने इसे भंग किया। अब राज्य चयन आयोग का गठन कर दिया गया है, ताकि पारदर्शी तरीके से युवाओं को सरकारी रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि वे आपदा के दौरान प्रदेश के हर कोने में जाकर लोगों से मिले और प्रभावित परिवारों की सहायता की। इससे पूर्व, ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के लिए 143 करोड़ रुपये की 14 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने गंगथ में 5.36 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित आईटीआई भवन तथा 3.25 करोड़ रुपये की लागत से तारा खड्ड पर धंतोल गांव में निर्मित पुल का लोकार्पण भी किया। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 27.44 करोड़ रुपये की लागत की घंडरां से रैहन वाया मौकी सड़क उन्नयन कार्य, 23 करोड़ रुपये की बाई इंदौरियां-मंड मियानी- मिलवां से बरोटा सड़क उन्नयन कार्य, 12 करोड़ रुपये की मंधोली-टप्पा- इंदपुर-पलाहघाट सड़क उन्नयन, 9 करोड़ रुपये की गंगथ से घेटा सड़क उन्नयन कार्य, 12.52 करोड़ रुपये की मकड़ोली से चंगराड़ा सड़क उन्नयन कार्य, 12.58 करोड़ रुपये की इंदौरा से काठगढ़ वाया कुड़सेन सड़क के उन्नयन कार्य तथा 6.35 करोड़ रुपये की लागत से बलीर से डेकवां वाया समूण-रंडोह सड़क के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी।मुख्यमंत्री ने जल शक्ति विभाग द्वारा नाबार्ड के तहत क्षेत्र के लिए 31 करोड रुपए की लागत से बनने वाली पांच विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किया। जिसमें उठाऊ सिंचाई योजना गंगथ, लूथर बेड़ी और बडूखर के तहत नवीनीकरण कार्य, मण्ड क्षेत्र के अंतर्गत 6 नलकूपों तथा इंदौरा क्षेत्र के लिए 19 नलकूपों की आधारशिला रखी। उन्होंने सूरजपुर खड्ड पर बाढ़ नियंत्रण के लिए बनने वाले तटबंध की आधारशिला भी रखी। मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय इंदौरा में आयोजित वार्षिक पारितोषिक समारोह में मेधावी बच्चों को पुरस्कार भी प्रदान किए।उन्होंने इस अवसर पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टाल का भी अवलोकन किया।इससे पूर्व, इंदौरा विधानसभा क्षेत्र पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का गर्मजोशी से स्वागत किया।इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन ने कहा कि वर्तमान सरकार के सत्ता संभालने के बाद ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का यह इंदौरा विधानसभा का चौथा दौरा है, जो मुख्यमंत्री का इस क्षेत्र के तीव्र विकास के प्रति रूचि को दर्शाता है।