
पिछले कुछ दिनों से सिरमौर पुलिस के हेड कांस्टेबल जसवीर द्वारा विडिओ द्वारा कई आरोप लगाने के बाद लापता जसवीर अब मिल गया है। शनिवार को पत्रकारवार्ता में सीआईडी क्राइम के डीआईजी डॉ. डीके चौधरी ने बताया कि हेड कांस्टेबल जसवीर लापता नहीं हुआ था बल्कि वह जानबूझकर छुपा हुआ था। पुलिस की टीमों ने कड़ी मेहनत के बाद हरियाणा के नारायणगढ़ के समीप से जसबीर को तलाश किया है। जसबीर वहां पर एक ट्यूबवेल पर लेटा हुआ था। उन्होंने बताया कि कोई भी मोबाइल से ज्यादा दूर नहीं रह सकता और यही उसे तालाश करने का आधार बना। ऐसा नहीं हो सकता कि जसवीर किसी से संपर्क में न हो और जब सख्ती से जांच की तो पता चला कि हेड कांस्टेबल अपने परिजनों के संपर्क में था। एसडीपीओ पांवटा साहिब आदिति सिंह कालाअंब में मौजूद थी और जानकारी मिलने के बाद वह टीम लेकर मौके पर पहुंची और हेड कांस्टेबल को नाहन लेकर आई। जसवीर की तबियत ठीक नहीं थी जिसके बाद मेडिकल कालेज नाहन में भर्ती करवाया गया है। अभी तक जसवीर के बयान कलमबद्ध नहीं हो पाए हैं। जल्द ही उनके बयान लिए जाएंगे।
‘ पुलिस अधीक्षक सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि कालाअंब के देवनी में पंजाब के लोगों द्वारा स्थानीय लोगों के साथ की गई मारपीट के जिस मामले के बाद हेड कांस्टेबल का यह पूरा प्रकरण हुआ उस मारपीट के मामले की जांच का जिम्मा भी अब सीआईडी को सौंप दिया गया है।
‘ एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने कहा कि इस पूरे मामले से पहले ही कालाअंब में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर के खिलाफ एक व्यक्ति ने 17 मई को उन्हें सौंपी शिकायत में जसवीर पर 45 हजार रुपए की रिश्वत के आरोप लगाए गए थे। इस दौरान शिकायतकर्ता द्वारा एक ऑडियो रिकार्डिंग भी पुलिस को उपलब्ध करवाई गई थी। इस मामले में जांच का जिम्मा डीएसपी हैडक्वार्टर को सौंपा गया था और मामले में जांच की गई। मामले में आगामी जांच व कार्रवाई की जानी थी, लेकिन इस बीच जसवीर द्वारा वीडियो वायरल करने व छुप जाने का नया प्रकरण सामने आया।