साल में सिर्फ 4 महीने बनेंगे हिम केयर कार्ड, अकेले IGMC में 55 करोड़ रुपए की पेंडेंसी
शिमला || सुरजीत ठाकुर
हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में जल्द पेट स्कैन की सुविधा मिलेगी पेट स्कैन लगाने को लेकर अस्पताल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर दी है और सितंबर महीने में पैट स्कैन लगा दिया जाएगा।इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा 30 करोड़ आईजीएमसी अस्पताल को दिया हुआ है। इसके अलावा आईजीएमसी में एमआरआई की नई मशीन भी जल्द स्थापित होगी।

Igmc अस्पताल के एम एस डॉक्टर राहुल राव ने कहा कि अस्पताल में 2010 में एमआरआई की मशीन स्थापित की गई थी और एक ही मशीन होने से यहां पर एमआरआई के लिए लोगों को डेट दी जाती थी जिससे लोग परेशान हो रहे थे इसको लेकर जब मुख्यमंत्री के समक्ष मामला उठाया गया तो मुख्यमंत्री ने 24 करोड़ और रुपए एमआरआई की मशीन खरीदने के लिए जारी किया और अस्पताल प्रशासन जल्दी यह मशीन खरीदने जा रहा है और 15 अगस्त तक एमआरआई सीटी स्कैन की नई मशीन स्थापित कर दी जाएगी जिससे यहां पर लोगों को काफी राहत मिलने वाली है ।उन्होंने कहा कि अस्पताल में पेट स्कैन की मशीन में लगने जा रही है इसके लिए 30 करोड रुपए प्रदेश सरकार द्वारा जारी कर दिया गया है और सितंबर महीने में यहां पर पैट स्कैन की सुविधा लोगों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पैट स्कैन की सुविधा न होने से लोगों को अक्सर चंडीगढ़ जाना पड़ता था जहां पर ₹25000 तक का खर्च आता है। वही उन्होंने कहा कि igmc अस्पताल द्वारा हर दिन सेहत कार्यक्रम शुरू किया है लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम किया जाता है।
हिमाचल प्रदेश में हिम केयर कार्ड अब साल में सिर्फ चार महीने ही बन सकेंगे. शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज जल्द ही इन नियमों को लागू करने जा रहा है. IGMC के MS डॉ. राहुल राव ने कहा कि अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के साथ हिम केयर कार्ड के लाभार्थियों को सीधा फ़ायदा पहुंचाया जा रहा है. हालांकि योजना के लिए सही वक़्त पर धन राशि न मिलने की वजह से परेशानी झेलनी पड़ रही है. अक्टूबर 2024 के बाद से लेकर IGMC को आयुष्मान योजना के तहत करीब 30 करोड़ रुपए की धनराशि नहीं मिली है. इसी तरह हिम केयर पेंडेंसी भी क़रीब 55 करोड़ रुपए है।
IGMC के MS डॉ. राहुल राव ने बताया कि कुछ मरीज़ ऐसे भी हैं, जो दोनों योजनाओं के कार्ड लेकर अस्पताल आते हैं. यह नियमों के विपरीत है. ऐसे में अंडरटेकिंग के बाद ही मरीज़ों को इसका फ़ायदा दिया जा रहा है. साल 2024 में हिम केयर योजना के तहत 40 हज़ार मरीज़ों को 97 करोड़ रुपए का फ़ायदा दिया गया. इसी तरह आयुष्मान योजना के तहत 11 हजार 900 मरीज़ों को 30 करोड़ रुपया का लाभ पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि कैंसर मरीजों के लिए भी पैट स्कैन मशीन 15 अगस्त से पहले उपलब्ध हो जाएगी।