हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश में युवाओं के जीवन को चिट्टा जैसी खतरनाक सिंथेटिक ड्रग से बचाने के लिए अब बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है। 25 सितंबर 2025 को शिमला के होटल बिल्ली पार्क में आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक में प्रदेश के सात जिलों से समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए और युवाओं में तेजी से बढ़ रहे ड्रग्स के उपयोग पर गहरी चिंता जताई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश भर में समाज सेवा एवं जनकल्याण के कार्य कर रही विभिन्न संस्थाओं का प्रतिनिधित्व अब संजीवनी (A Group of NGO) करेगी। इस दिशा में संस्था की कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया है।
शिमला में संपन्न चुनाव में सर्वसम्मति से महेंद्र धर्मानी को प्रदेश अध्यक्ष और अजय शर्मा को प्रदेश सचिव नियुक्त किया गया। हमीरपुर जिला के समाजसेवी अजय शर्मा ने प्रेस बयान में बताया कि उनके नेतृत्व में संजीवनी संस्था हिमाचल प्रदेश को चिट्टा मुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल चिट्टा के सौदागरों और इसके जाल में फंसे युवाओं को बचाने में मदद करेगा बल्कि नशे के खिलाफ सरकारी प्रयासों को भी नई दिशा देगा।
अजय शर्मा ने आगे बताया कि अभियान का पहला चरण 26 सितंबर से 25 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें प्रदेश भर के 5000 प्रतिभाशाली व्यक्तियों और संस्थाओं को शामिल किया जाएगा और उन्हें भी इस अभियान का हिस्सा बनने का आग्रह किया जाएगा।
संजीवनी संस्था के इस निर्णायक कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि हिमाचल प्रदेश में युवाओं को जानलेवा ड्रग्स से सुरक्षित रखने में एक नई क्रांति शुरू होगी।