हिमाचल प्रदेश से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक बेहद खुशखबरी सामने आई है। राज्य की बर्फ से ढकी ऊंची चोटियों पर पाए जाने वाले मायावी और दुर्लभ जीव हिम तेंदुए (Snow Leopard) की संख्या में रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार, प्रदेश में इनकी संख्या बढ़कर 83 हो गई है, जबकि वर्ष 2021 में यह आंकड़ा केवल 51 था। यानी बीते चार वर्षों में इनकी आबादी में 32 तेंदुओं की बढ़ोतरी हुई है। यह उपलब्धि हिमाचल सरकार और स्थानीय समुदायों के संरक्षण प्रयासों की बड़ी सफलता मानी जा रही है।
सर्वेक्षण और अध्ययन की झलक
- यह व्यापक अध्ययन 26,112 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में किया गया।
- सर्वेक्षण के दौरान कैमरा ट्रैप तकनीक का इस्तेमाल हुआ, जिसमें 44 हिम तेंदुए 262 बार कैमरे में कैद हुए।
- रिपोर्ट के मुताबिक, स्पीति की पिन घाटी, ऊपरी किन्नौर और ताबो क्षेत्र को स्नो लेपर्ड का मुख्य आवास क्षेत्र बताया गया है।
नई प्रजातियों की खोज
सर्वे के दौरान हिमाचल प्रदेश में दो नई प्रजातियों की उपस्थिति भी पहली बार आधिकारिक रूप से दर्ज की गई:
- पल्लस की बिल्ली – किन्नौर क्षेत्र में
- ऊनी उड़न गिलहरी – लाहौल क्षेत्र में
स्थानीय सहयोग और महिला शक्ति
इस सफलता के पीछे स्थानीय लोगों का अहम योगदान रहा। खासकर किब्बर गांव के युवाओं, स्पीति वन प्रभाग के कर्मचारियों और स्थानीय सदस्यों ने सर्वेक्षण को सफल बनाने में बड़ी भूमिका निभाई।
विशेष बात यह रही कि पहली बार स्थानीय महिलाओं की टीम ने वन्यजीव डेटा विश्लेषण में सक्रिय भागीदारी निभाई, जिससे संरक्षण के प्रयासों में महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल कायम हुई।
देश में अनोखा उदाहरण
हिमाचल ने यह पूरा सर्वेक्षण केवल एक वर्ष में पूरा किया। इतनी विशाल आबादी पर इतनी कम अवधि में सर्वेक्षण करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है।