धर्मशाला
टीबी मुक्तभारत अभियान के अंतर्गत पीएम श्री राजकीय कन्या माध्यमिक पाठशाला धर्मशाला में टीबीमुक्त भारत अभियान जनभागीदारी के बारे कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस कार्यशाला की अध्यक्षता प्रधानाचार्या ममता ठाकुर ने की । इस अवसर पर जिलास्वास्थ्य एवम क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश सूद स्कूल के बच्चो को क्षय रोग के लक्षण व बचाव से जुड़ी जानकारी विस्तारपूर्वक दी । डॉ सूद ने टीबी रोग (तपेदिक) के कारण तथा निवारण पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि टीबी उन्मूलन कार्य-क्रम भारत सरकार का कार्यक्रम है और पूरे भारत मे इसे चलाया जा रहा है। डॉ सूद ने बताया कि 7 दिसम्बर से शुरू 100 दिवसीय टीबी मुक्त भारत अभियान की जानकारी विस्तारपूर्वक दी । डॉ सूद ने बताया टीबी लाइलाज बिमारी नहीं है ।
डॉ सूद ने बताया कि टीबी एक गंभीर बीमारी है जो फेफड़ों को प्रभावित करती है और अगर इसका इलाज नहीं किया जाता है तो यह जानलेवा हो सकती है। इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, थकान और वजन कम होना शामिल हैं। टीबी का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए जल्दी निदान और इलाज की आवश्यकता होती है।डॉ सूद ने बताया कि टीबी रोग के बारे में सही समय पर परीक्षण करने की आवश्यकता है और दवाई लेने नियमित आवश्यकता है। डॉ सूद ने सभी का आह्वान करते हुए सभी से जन सहयोग की अपील की तथा टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए जागरुकता अभियान को मजबूती से चलाने पर जोर दिया।
डॉ सूद ने बच्चों को टीबीउन्मूलन के अंतर्गत 100 दिवसीय जनभागीदारी अभियान के बारे में जागरूक किया व बच्चों से लोगों में जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया । इस अवसर पर स्कूल के बच्चों द्वारा टीबीमुक्त रंगोली व टीबीमुक्त ह्यूमन चेन बनाई गई । इस दौरान टीबीमुक्त विषय पर शाम्भवी,अंकिता, हिमांशी, ने टीबी जागरूकता से जुड़ी कविता व विचार मुकाबले में भाग लिया तथा विजेताओं को जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने सम्मानित किया ।इस दौरान हिंदी प्रवक्ता डॉ अदिति गुलेरी , ऋषि वालिया, पुष्प लता , आशा वर्कर भी उपस्थित थे ।